पवित्र गीता जी के ज्ञान को उस समय बोला गया था जब महाभारत का युद्ध होने जा रहा था। अर्जुन ने युद्ध करने से इन्कार कर दिया था। युद्ध क्यों हो रहा था? इस युद्ध को धर्मयुद्ध की संज्ञा भी नहीं दी जा सकती क्योंकि दो परिवारों का सम्पत्ति वितरण का विषय था। कौरवों तथा
Read Moreपवित्र गीता जी का ज्ञान किसने कहाHoly Vedas are the most ancient religious text available to humanity. These Vedic texts include information about almost everything, from the creation of the universe (Nature) to the history of…
Read MoreCreation of the Universe (Nature) in Holy RigvedaAmazing and unbelievable, How planets rotate perfectly in their orbit? How is Sun a hot moving ball and moon so cool? Who created the sky, the Earth, the Water, the…
Read MoreThe Truth of Universe’s Creation According to All ReligionsA Conclusive Description of ‘Creation of Nature’ with evidence from all the Holy Scriptures When God loving souls will read the following ‘Creation of Nature’ for the first time, they will…
Read MoreCreation of Nature (Universe)अध्याय 10 के श्लोक 2 में कहा है कि अर्जुन मेरी उत्पत्ति (जन्म) को न तो देवता जानते हैं, न ही महर्षि जन जानते हैं क्योंकि यह सब मेरे से पैदा हुए हैं। इससे स्वसिद्ध है कि ब्रह्म (काल) की उत्पति तो हुई है परंतु देवता व ऋषि नहीं जानते। जैसे पिता जी की उत्पत्ति को बच्चे नहीं बता
Read Moreगीता ज्ञान दाता ब्रह्म (काल) की उत्पत्ति का संकेतप्रश्न- गीता अध्याय 10 श्लोक 2 में तथा 3 में कहा है कि मेरी उत्पत्ति को कोई नहीं जानता। जो मुझे अनादि अजन्मा तत्व से जानता है वह सर्व पापों से मुक्त हो जाता है। इससे स्पष्ट है कि ब्रह्म का जन्म नहीं है तथा सर्व पाप नष्ट कर देता है।
Read Moreक्या ब्रह्म का जन्म नहीं है तथा सर्व पाप नष्ट कर देता है ?प्रश्न - गीता अध्याय 15 श्लोक 18 में कहा है कि मैं लोक में, वेद में पुरुषोत्तम नाम से प्रसिद्ध हूँ। इस से तो यही सिद्ध हुआ कि गीता ज्ञान दाता प्रभु ही सर्व शक्ति मान है तथा गीता अध्याय 12 पूर्ण ही गीता ज्ञान दाता की ही महिमा कह रहा है।
Read Moreक्या गीता ज्ञान दाता प्रभु सर्व शक्तिमान है?प्रश्न - मैं गीता अध्याय 6 श्लोक 10 से 15 में वर्णित विधि अनुसार एक आसन पर बैठकर सिर आदि अंगों को सम करके ध्यान करता हूँ, एकादशी का व्रत भी रखता हूँ इस प्रकार शान्ति को प्राप्त हो जाऊँगा।
Read Moreक्या ध्यान करने से और व्रत रखने से शांति प्राप्त होगीउदाहरणार्थ स्वर्ग को एक होटल (रेस्टोरेंट) जानों। जैसे कोई धनी व्यक्ति गर्मियों के मौसम में शिमला या कुल्लु मनाली जैसे शहरों में ठण्डे स्थानों पर जाता है। वहाँ किसी होटल में ठहरता है। जिसमें कमरे का किराया तथा खाने का खर्चा अदा करना होता है।
Read Moreस्वर्ग की क्या परिभाषा हैगीता अध्याय 9 के श्लोक 25 में कहा है कि देवताओं को पूजने वाले देवताओं को प्राप्त होते हैं, पितरों को पूजने वाले पितरों को प्राप्त होते हैं, भूतों को पूजने (पिण्ड दान करने) वाले भूतों को प्राप्त होते हैं अर्थात् भूत बन जाते हैं,
Read Moreश्राद्ध निकालने(पितर पूजने) वाले पितर बनेंगे, मुक्ति नहींअध्याय 7 के श्लोक 22 में कहा है कि वह जिस श्रद्धा से युक्त हो कर जिस देवता का पूजन करता है क्यांेकि उस देवता से मेरे द्वारा ही विधान किए हुए कुछ इच्छित भोगों को प्राप्त करते हैं। जैसे मुख्य मन्त्री कहे कि नीचे के अधिकारी मेरे ही नौकर हैं
Read Moreअन्य देवताओं (रजगुण ब्रह्मा जी, सतगुण विष्णु जी, तमगुण शिवजी) की पूजा अनजान ही करते हैंयुगों से, विभिन्न धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, लोग कुछ देवताओं को सर्वोत्तम मानते हैं और विशेष नामों से उनका अभिवादन करते हैं। उस सर्वोत्तम को सर्वज्ञ, सर्वशक्तिमान और सर्वव्यापी माना जाता है। हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई धर्म
Read Moreतथ्यों सहित जानिए क्या गीतानुसार भगवान कृष्ण वास्तव में सर्वोच्च परमात्मा हैं?चार युग हैं। - 1) सत्ययुग 2) त्रेतायुग 3) द्वापर युग 4) कलयुग।
1) सत्ययुग का वर्णन:- सत्ययुग की अवधि 17 लाख 28 हजार वर्ष है। मनुष्य की आयु प्रारम्भ में दस लाख वर्ष होती है। अन्त में एक लाख वर्ष होती है।
Read Moreचार युगों का वर्णनइस पुस्तक में श्रीमद्भगवत गीता के सम्पूर्ण ज्ञान का यथार्थ प्रकाश किया गया है जो गीता से 18 अध्यायों के 700 श्लोकों का हिन्दी सारांश है। ऐसा आज तक किसी हिन्दू धर्म के गुरू ने तथा गीता के अनुवादकर्ता ने नहीं किया।
Read Moreगीता का दिव्य सारांश (A divine summary of Srimad Bhagavad Gita)Avatar of Lord Kabir: Many saints claim themselves an incarnation. But, only He can be the real Avatar who fits an Avatar’s Description. Saint Rampal Ji is the real Avatar of the Supreme God Kabir Ji as is proved in this Blog.
Read MoreWho is the True Avatar of Lord Kabir Sahib?कबीर सागर में अध्याय ‘‘कबीर बानी‘‘ पृष्ठ 111 पर शरीर के कमलों की यथार्थ जानकारी है जो इस प्रकार हैः-
1) प्रथम मूल कमल है, देव गणेश है। चार पंखुड़ी का कमल है।
2) दूसरा स्वाद कमल है, देवता ब्रह्मा-सावित्राी हैं। छः पंखुड़ी का कमल है।
Read Moreशरीर के कमलों की यथार्थ जानकारीनल तथा नील को शरण में लेना
त्रोतायुग में स्वयंभु कविर्देव(कबीर परमेश्वर) रूपान्तर करके मुनिन्द्र ऋषि के नाम से आए हुए थे। एक दिन अनल अर्थात् नल तथा अनील अर्थात् नील ने मुनिन्द्र साहेब
Read Moreराम सेतु का निर्माण कैसे हुआश्रीमद् भगवत गीता चारों वेदों का सारांश है। गीता अध्याय 2 श्लोक 7 में अर्जुन ने कहा कि हे श्री कृष्ण! मैं आपका शिष्य हूँ, आपकी शरण में हूँ। गीता अध्याय 4 श्लोक 3 में श्री कृष्ण जी में प्रवेश करके काल ब्रह्म ने अर्जुन से कहा कि तू
Read Moreगुरू बिन मोक्ष नही(केदार का अर्थ दलदल है)
महाभारत में कथा है कि पाँचों पाण्डव (युद्धिष्ठर, अर्जुन, भीम, नकुल व सहदेव) जीवन के अंतिम समय में हिमालय पर्वत पर तप कर रहे थे। एक दिन सदाशिव यानि काल ब्रह्म ने दुधारू भैंस का रूप बनाया
Read Moreकेदारनाथ मंदिर भारत में तथा पशुपति मंदिर नेपाल में कैसे बना?एक समय सुल्तान एक संत के आश्रम में गया। वहाँ कुछ दिन संत जी के विशेष आग्रह से रूका । संत का नाम हुकम दास था। बारह शिष्य उनके साथ आश्रम में रहते थे। सबके नाम के पीछे दास लगा था। फकीर दास, आनन्द दास, कर्म
Read Moreदास की परिभाषाएक दिन संत गरीबदास जी (गाँव-छुड़ानी, जिला-झज्जर वाले) किसी कार्यवश घोड़े पर सवार होकर जींद जिले में किसी गाँव में जा रहे थे। मार्ग में गाँव मालखेड़ी (जिला जींद) के खेत थे। उन खेतों में से घोड़े पर बैठकर जा रहे थे।
Read Moreतम्बाकू से गधे-घोड़े भी घृणा करते हैंएक थानेदार घोड़ी पर सवार होकर अपने क्षेत्रा में किसी कार्यवश जा रहा था। ज्येष्ठ (श्रनदम) का महीना, दिन के एक बजे की गर्मी। हरियाणा प्रान्त। एक किसान रहट से फसल की सिंचाई कर रहा था। बैलों द्वारा कोल्हू की
Read Moreसांसारिक चीं-चूं में ही भक्ति करनी पड़ेगीकर नैनों दीदार महलमें प्यारा है।।टेक।।
काम क्रोध मद लोभ बिसारो, शील सँतोष क्षमा सत धारो।
मद मांस मिथ्या तजि डारो, हो ज्ञान घोडै असवार, भरम से न्यारा है।1।
धोती नेती बस्ती पाओ, आसन पदम जुगतसे लाओ।
Read Moreकर नैनों दीदार महलमें प्यारा हैकबीर परमेश्वर जी का उत्तरः- नहीं धर्मदास! जो पुण्य युधिष्ठर ने उनको प्रदान किए हैं। उन पुण्यों का तथा स्वयं किए यज्ञ आदि धार्मिक अनुष्ठानों का पुण्य जब स्वर्ग में समाप्त हो जाएगा तब सर्व पुनः नरक में डाले जाऐंगे। युद्ध
Read Moreक्या पाण्डव सदा स्वर्ग में ही रहेंगे?Unknown to the masses is the fact that God Kabir granted Timur Lane the kingdom of 7 generations. This short video (in Hindi) gives an account of how God Kabir met Timur and his rise to power.
Read MoreStory of Timur Langसंत रामपाल जी का जन्म 8 सितम्बर 1951 को गांव धनाना जिला सोनीपत हरियाणा में एक किसान परिवार में हुआ। पढ़ाई पूरी करके हरियाणा प्रांत में सिंचाई विभाग में जूनियर इंजिनियर की पोस्ट पर 18 वर्ष कार्यरत रहे।
Read Moreसंत रामपाल जी महाराज जी की जीवनीतत्वज्ञान के अभाव से श्रद्धालु शंका व्यक्त करते हैं कि जुलाहे रूप में कबीर जी तो वि. सं. 1455 (सन् 1398) में काशी में आए हैं। वेदों में कविर्देव यही काशी वाला जुलाहा (धाणक) कैसे पूर्ण परमात्मा हो सकता है?
Read Moreकबीर साहेब चारों युगों में आते हैंवेदों, गीता जी आदि पवित्र सद्ग्रंथों में प्रमाण मिलता है कि जब-जब धर्म की हानि होती है व अधर्म की वृद्धि होती है तथा वर्तमान के नकली संत, महंत व गुरुओं द्वारा भक्ति मार्ग के स्वरूप को बिगाड़ दिया गया होता है। फिर परमेश्वर स्वयं
Read Moreपूर्ण संत की पहचानआदरणीय गरीबदास साहेब जी का जन्म पावन गाँव छुड़ानी जिला-झज्जर में श्री बलराम जी धनखड़ (जाट) के घर हुआ। आपजी को पूर्णब्रह्म कबीर परमेश्वर (कविर्देव) सतलोक (ऋतधाम) से सन् 1727 में सशरीर आकर
Read Moreसंत सताने की सजाआज कलियुग में भक्त समाज के सामने पूर्ण गुरु की पहचान करना सबसे जटिल प्रश्न बना हुआ है। लेकिन इसका बहुत ही लघु और साधारण–सा उत्तर है कि जो गुरु शास्त्रो के अनुसार भक्ति करता है और अपने अनुयाईयों अर्थात
Read Moreमोक्ष प्राप्ति के नियम (कबीर परमात्मा केAmazing and unbelievable, How planets rotate perfectly in their orbit? How is Sun a hot moving ball and moon so cool? Who created the sky, the Earth, the Water, the…
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